तूफ़ान से ….
तूफ़ान से बाबा ने कर दी नाव किनारे 2
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)
तूफ़ान से बाबा ने कर दी नाव किनारे 2
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)
कोई वाली नहीं था तब अपना – जिंदगानी थी दुःख भरा सपना 2
हर तरफ जाती वाद फैला था – हर कदम पर नया झमेला था
लढने वाला वही अकेला था – वो जो तूफ़ान से भी खेला था 2
उसने बुद्धि से अपने काम किया – गिरने वालो को बढके थाम लिया
चमकाये दलितों
चमकाये दलितों के मुकद्दर के सितारे
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)
उनकी महेनत वो रंग है लायी – हमने पढ़ लिख के डिगरिया हैं पायी .. . 2
आज संसद मैं हम भी बैठे हैं – हम उसी भीम जी के बेटे है
छुलिया हमने जिस ऊंचाई को – हमने जाना हैं ये सच्चाई को .. . 2
ये करम भीम का यक़ीनन हैं – आज बदला हमारा जीवन हैं
हिम्मत हैं …..
हिम्मत है किसमे हमको अछूत कहेके पुकारे
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)
हमको बाबा का बल मिला ऐसा – यानी समता का दल मिला ऐसा … 2
आज हैरत में दुनिया सारी हैं – हम जो दुश्मन पे आज भारी हैं
हमसे बैरी भी आज डरते हैं – हमको झुककर सलाम करते हैं …. 2
हम पे एहेसान हैं ये बाबा का , दिल मैं सुज्ञान हैं ये बाबा का
हैरत से हमको ….
हैरत से हमको देखेते है आज ये सारे
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)
अब हमें कौन मिटा सकता हैं – राह से कौन हटा सकता हैं …2
हमको बाबा ने ऐसी हिम्मत दी , बाजुओ में हमारे ताकत दी
लिखा घटना मैं हैं यही यारो , कोई छोटा बड़ा नहीं यारों ….2
हमको हक़ आज हैं बराबर का , इसीलिए ऊंचा सर हैं मंज़र का
रोकेंगे कैसे….
रोकेंगे कैसे रासता तूफ़ान के धारे
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)
तूफ़ान से बाबा ने कर दी नाव किनारे 2
हम जी रहे हैं शान से ये भाग हमारे 2 – कोरस (2)