सजाओ लाख तुम घटना | Sajao Lakh Tum Ghatna, ambedkar song lyrics

सजाओ लाख तुम, ओ …..

सजाओ लाख तुम घटना

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

सजाओ…लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती

किसीकी भीम के..

किसीकी भीम के जैसी, लिखावट हो नहीं सकती – 2

(कोरस)

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

पढ़के घटना, सभी सोच मैं पड गए

एक अछूत आदमी ने ये क्या लिख दिया

पढ़के घटना, सभी सोच मैं पड गए

एक अछूत आदमी ने ये क्या लिख दिया

हिन्द की ..

ये हिन्द की सर जमी पे मेरे दोस्तों एक इतिहास बाबा ने नया लिख दिया

जाती वाद और ऊंच नीच की तोड़ दिया दिवार,

दलितों की जो डूब रही थी नाव, लगाया पार

नौकोटी….

ये नौकोटी जनता पर बाबा ने कितने किये उपकार

पैदा हुआ न होगा कोई ऐसा घटनाकार

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती

किसीकी भीम के जैसी, लिखावट हो नहीं सकती –

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

मेरे बाबा ने जो लिखा बोहोत कुछ सोच कर लिखा

बोहोत कुछ सोच कर लिखा – 2

मेरे बाबा ने जो लिखा बोहोत कुछ सोच कर लिखा

बोहोत कुछ सोच कर लिखा – 2

मेरे बाबा ….ने जो लिखा बोहोत कुछ सोच कर लिखा

किसीभी हाल मैं इसमें मिलावट हो नहीं सकती – 2

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

उन्होंने कायदा पढ़कर लिखी है कायदे की बात

लिखी है कायदे की बात- 2

उन्होंने कायदा पढ़कर लिखी है कायदे की बात

लिखी है कायदे की बात- 2

उन्होंने …कायदा पढ़कर लिखी है कायदे की बात

कोईभी बात मैं ..

कोईभी बात मैं उनकी बनावट हो नहीं सकती – 2

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

बदौलत भीम की ये नारिया आई सत्ता मैं

नारिया आई सत्ता मैं – 2

बदौलत भीम की ये नारिया आई सत्ता मैं

नारिया आई सत्ता मैं – 2

बदौलत…. भीम की ये नारिया आई सत्ता मैं

तरक्की मैं तो अब

तरक्की मैं तो अब उनकी गिरावट हो नहीं सकती – 2

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

खुले हैं ख़त्म करने को दलितों का ये आरक्षण

दलितों का ये आरक्षण -2

खुले हैं ख़त्म करने को दलितों का ये आरक्षण

दलितों का ये आरक्षण -2

खुले हैं …. ख़त्म करने को दलितों का ये आरक्षण

हमारी कीमतों में अब गिरावट हो नहीं सकती

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

बचाने के लिए घटना लड़ेंगे आखरी दम तक

लड़ेंगे आखरी दम तक – 2

बचाने के लिए घटना लड़ेंगे आखरी दम तक

लड़ेंगे आखरी दम तक – 2

बचाने के लिए ….घटना लड़ेंगे आखरी दम तक

हमारे काम में मंज़र दिखावट हो नहीं सकती

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 2

 

सजाओ लाख तुम…. घटना, सजावट हो नहीं सकती

किसीकी भीम के जैसी, लिखावट हो नहीं सकती – 2

सजाओ लाख तुम घटना, सजावट हो नहीं सकती – 6