तू ज्ञानधारा | Tu Dhayndhara Song Lyrics

तू ज्ञानधारा
मातृभूमि को किया समर्पित ज्ञान सारा
तू विचार धारा
देश का सुपुत्र प्यारा
बुनियादी प्रश्नों पर लिखी ग्रंथ माला
बुनियादी प्रश्नों पर लिखी ग्रंथ माला
तू ज्ञानधारा, ज्ञानधारा
देश का सुपुत्र प्यारा 
प्यारा
प्यारा देश का सुपुत्र प्यारा…
विभाजन का मुद्दा जब सामने आया
विभाजन का मुद्दा जब सामने आया
अभ्यास भरा ग्रंथ लिखकर दिखाया
अभ्यास भरा ग्रंथ लिखकर दिखाया
पाकिस्ताँ का निर्माण हो या ना हो
विश्लेषण से सबको हल समझाया
देश भक्त भीम तू सो भी ना पाया
दिन-रात लिखकर सबको जगाया…..
तू विचार धारा
देश का सुपुत्र प्यारा…..
मैं पहले भी भारतीय और आखिरी भी
मैं पहले भी भारतीय और आखिरी भी
यही मेरी पहचान और हो सभी की
यही मेरी पहचान और हो सभी की
राष्ट्रीयता की चिंगारी उठेगी
कहा तुमने जो दीवारें गिरेगी
भाईचारा, सद्भाव बड़ा नाही होगा
देश-हित ऊपर रखना ही होगा
हो, तू ज्ञानधारा (ज्ञानधारा)
तू ज्ञानधारा
मातृभूमि को किया समर्पित ज्ञान सारा
आ, तू विचार धारा (विचार धारा)
प नि सा ग म प ग म
तू ज्ञानधारा, ज्ञानधारा
तू ज्ञानधारा
ग नि सा ध, सा ग म, ग म प म ग
ग नि सा ध, सा ग म, ग म प म ग
तू विचार धारा, विचार धारा
तू ज्ञान~धारा

Song : Dhayndhara

Album : Sarnang
Singer : Hariharan