क्यू है इतना गुस्सा
किस बातकी है नाराजी
बेवजह क्यू हमको बुरा
कहती है जुबां तुम्हारी
किस बातकी है नाराजी
बेवजह क्यू हमको बुरा
कहती है जुबां तुम्हारी
***
हम है इसी वतन के, तुम हो इसी वतन के
फिर वतनसे ज्यादा तुमको क्यू जात लगती है प्यारी
***
हम है इसी वतन के, तुम हो इसी वतन के
फिर वतनसे ज्यादा तुमको क्यू जात लगती है प्यारी
***
अब न सहेंगे लोकतंत्र है
हमको आज ये कहने दो
हमें हमारी मिट्टी लौटादोहमें हमारा इतिहास लौटादो
शौर्य हमारा इतिहास है
हमें हमारा सम्मान लौटादो
हमको आज ये कहने दो
हमें हमारी मिट्टी लौटादोहमें हमारा इतिहास लौटादो
शौर्य हमारा इतिहास है
हमें हमारा सम्मान लौटादो
सिद्धार्थ गौतम की भूमी को
देखो ये तुमने क्या किया
समता शांती के चमन को तुमने
नफरत की आगसे भर दिया***
क्या जवाब दू मै, देश की आनेवाली नस्लोंको
आखिर क्यू उजाड रहे हो
संविधानकी, लोकशाहीकी फसलोंको
फुले शाहू और बाबासाहेब आंबेडकरको
अब सच्चे दिलसे अपने दिल में जगह दो
***
देखो ये तुमने क्या किया
समता शांती के चमन को तुमने
नफरत की आगसे भर दिया***
क्या जवाब दू मै, देश की आनेवाली नस्लोंको
आखिर क्यू उजाड रहे हो
संविधानकी, लोकशाहीकी फसलोंको
फुले शाहू और बाबासाहेब आंबेडकरको
अब सच्चे दिलसे अपने दिल में जगह दो
***
हमें हमारी मिट्टी लौटादो
हमें हमारा इतिहास लौटादो
शौर्य हमारा इतिहास है
हमें हमारा सम्मान लौटादो
Lyrics: Sharadaputra Kabeer Shakya