किसान अंदोलन की बहोत बडी जीत हुई, यह संविधान की जीत है, गणतंत्र की जीत है ।
यह जरुरी था, सरकार मनमानी कारभार करके संविधान के खिलाफ काम कर रही है । इसे रोखणा होगा और इसकी शुरुवात अपने किसान भाईयोने की है ।
लागतार इतने लंबे अंतराल के लिए धरना करना एक साहस की बात है । सरकार के गलत इरादो को वापीस लेनेको मजबूर किया किसान भाईयोने ।
पिचले कई सालो मे कई ऐसे आंदोलनो को कुचलनेमे कामियाब रही सरकार, पर इस बार टक्कर थी हमारे पालनहार किसान भाईयोके साथ वो भला कहा पिछे हटते ।
हर प्रकार की बल का इस्तमाल किया सरकार ने लेकिन हमारे किसान भाई एक इंच भी पिचे नही हाटे ।
इन्होने देश को दिखा दिया है की लोकशक्ती के आगे सरकार झुकती है बस इसे झुकानेवाला चाहिये । इसिकीं बदौलत आखिर सरकार ने बनाये हुए ३ कृषी कानून वापीस लिए।
मेरे अन्नदाता किसान भाइयों की अखंड एकटा को सलाम ।
जय जवान ।
जय किसान ।।
– ऍड. प्रेमसागर लहू गवळी
मो. 7710932406