चलो उठो ऐ बौद्धो,
अब हमे गौतम बुलाते है,
हमे गौतम बुलाते है
न जातिभेद है कोई
न उंच और नीचता का भाव
जुदा हर दोष अवगुण से
तथागत बुद्ध का वो गांव
जहां शांती के सुखसागर मे
मानव नित नहाते है
चलो उठो…
हो पथ पर स्नेह उजियारा
ह्रदय के दीप जलने दो
और उस उजियारे पथ पर संग
औरो को भी चलने दो
बढे जो प्यार से पग राह में
खुद बुद्ध आते है
चलो उठो…
जो सत्य का मार्ग गौतम ने
है बतलाया, वही उत्तम
जो …. का तथ्य गौतम ने
है सीखलाया वही उत्तम.
नही है दूर कुछ मंजिल
कदम जो हम उठाते है
चलो उठो ए बौद्धो अब हमे गौतम बुलाते है
हमे गौतम बुलाते है
चलो उठो ऐ बौद्धो
अब हमे गौतम बुलाते है,
हमे गौतम बुलाते है