विपश्यना शिविर – प्रवचनों में प्रयुक्त पालि-पद
“नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स!” – नमस्कार है उन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को! “ये च बुद्धा अतीता च, ये च बुद्धा अनागता। पच्चुप्पना च ये बुद्धा, अहं वन्दामि सब्बदा ॥” – जितने भी बुद्ध हुए हैं अतीत काल में, जितने भी बुद्ध होंगे आने वाले काल में, जितने भी बुद्ध हैं वर्तमान काल में, उन …