राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम

परिचय:
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम (National Scheduled Castes Finance and Development Corporation – NSFDC) भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधीन एक सार्वजनिक उपक्रम है। इसे वर्ष 1989 में स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति (SC) समुदाय के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करना है।

मुख्य उद्देश्य:

  1. अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों को स्वरोजगार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करना।

  2. लघु और सूक्ष्म उद्यमों के लिए आवश्यक ऋण सुविधा उपलब्ध कराना।

  3. कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से रोजगार सृजन में सहायता करना।

  4. अनुसूचित जाति परिवारों के आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति को सुधारना।

मुख्य योजनाएँ:
NSFDC कई योजनाओं के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करता है, जिनमें प्रमुख हैं:

  • स्वरोजगार ऋण योजना: अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण प्रदान किया जाता है।

  • व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम: विभिन्न व्यवसायिक और तकनीकी प्रशिक्षण के लिए लाभार्थियों को सहायता।

  • माइक्रो फाइनेंस और समूह उद्यम: समूह आधारित लघु उद्यमों को वित्तीय सहायता।

  • शिक्षा एवं कौशल विकास: युवाओं को उच्च शिक्षा और व्यावसायिक कौशल में सहायता।

लाभार्थी:
NSFDC की योजनाओं के लाभ मुख्य रूप से अनुसूचित जाति के व्यक्ति और परिवार पाते हैं, विशेषकर वे जो आर्थिक रूप से कमजोर और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों से आते हैं।

संपर्क एवं अधिक जानकारी:

  • वेबसाइट: www.nsfdc.nic.in

  • मुख्यालय: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, भारत सरकार, नई दिल्ली।


राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम अनुसूचित जाति समुदाय के आर्थिक उत्थान और सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करके सामाजिक समानता और आर्थिक विकास की दिशा में काम करता है।