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भारत में बौद्ध धर्म का उत्थान और पतन – राहुल सांकृत्यायन।

बौद्ध-धर्म भारत में उत्पन्न हुआ। इसके संस्थापक गौतम बुद्ध ने कोसी-कुरुक्षेत्र और हिमाचल-विंध्याचल के भीतर ही विचरते हुए 45 वर्ष तक प्रचार किया । इस धर्म के अनुयायी चिरकाल तक, महान् सम्राटों से लेकर साधारण जन तक, बहुत अधिकता से सारे भारत में फैले हुये थे। इसके भिक्षुओं के मठों और विहारों से देश का …

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जब तक संविधान जिंदा है ,मैं जिंदा हूं ।बस संविधान को मत मरने देना।

  “मेरे जाने के बाद यह मत समझना कि में मर गया ,जब तक संविधान जिंदा है ,मैं जिंदा हूं ।बस संविधान को मत मरने देना।” परमपूज्य बोधिसत्व डॉ आंबेडकर डॉ. भीमराव आंबेडकर जी ने अपना जीवन देश के लिये , समाज के लिये समर्पित किया ! अपने बचो की कुर्बानी दि.. डॉ. बाबसाहेब ने …

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६ डिसेंबर डॉ. आंबेडकर महापरनिर्वाण दिवस का होगा लाईव्ह पसरण !

  अपने भाग्य विधाता डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर जी का ६ डिसेंबर को ६४ वा महापरनिर्वाण दिवस हैं! हर साल बाबसाहेब जी के अनुयायी लाखो के भीड से बाबासाहेब को अभिवादन करने चैत्यभूमी पर आते हैं, लेकीन इस साल कोरोना के संकट के वजह से अनुयायी घर पर ही चैत्यभूमी पर भीड ना करने का …

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पालि सीखें –

 सरलानि वाक्यानि 1. लड़का सड़क पर खेल रहा है। दारको मग्गे कीळति। 2. लड़कियां तालाबों में मछलियां देखती हैं। दारिकायो तळागे मच्छे पस्सन्ति। 3. दारको च दरिकायो पाठसाले पठन्ति. लड़की और लड़कें पाठशाला में पढ़ते हैं. 4. किसान गावों में रहते हैं। कसका गामे निवसन्ति। 5. हे किसानों! तुम लोग पुनः कब यहां आओगे? हे …

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🌷मंगल धर्म: भगवान ने मंगल पथ की 38 मंजिले बतायी !

1मूर्खों की संगति ना करना ! 2बुद्धिमानों की संगति करना ॥ 3 शीलवानो की संगति करना ॥ 4 अनुकूल स्थानों में निवास करना ॥ 5 कुशल कर्मों का संचय करना ॥ 6 कुशल कर्मों में लग जाना ॥ 7 अधिकतम ज्ञान का संचय करना ॥ 8 तकनीकी विद्या अर्थात शिल्प सीखना ॥ 9 व्यवहार कुशल …

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विपश्यना – कामवासना से मुक्ति का वैग्यानिक रास्ता

कामवासना मानवमन की सबसे बड़ी दुर्बलता है । जिन तीन तृष्णाओं के कारण वह भवनेत्री में बंधा रहता है उसमें कामतृष्णा प्रथम है , प्रमुख है । माता पिता के काम संभोग से मानव की उत्पत्ति होती है । अतः अंतर्मन की गहराइयों तक कामभोग का प्रभाव छाया रहता है । इसके अतिरिक्त अनेक जन्मों …

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डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांचे संविधान सभेतील भाषण

☸🇮🇳 *भारताचे संविधान* 📓📖✒ 👉महोदय, माझे मित्र डाॅ.जयकर यांना कोणत्याही प्रकारे न दुखविता मी असे म्हणू इच्छितो की डाॅ.जयकरांनी या विषयावर निर्णय स्थगित करावा. या प्रस्तावाचे समर्थन करताना त्यांनी आपली बाजू कायद्याच्या आधारावर वैधानिक पध्दतीने मांडण्याचा प्रयत्न केला आहे. त्यांनी जे तर्क प्रस्तुत केला त्याचा आधार तुम्हांला असे करावयाचा अधिकार आहे काय? असा होता. त्यांनी …

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अ‍ॅट्रॉसिटी कायद्याचे सत्य, तथ्य व भ्रम…

कोपर्डीतील अमानुष घटनेनंतर मराठा समाजाचे लाखोंचे मोर्चे निघत आहेत. या मोर्च्यांमुळे सत्ताधारीही हादरले आहेत. प्रचंड रोष रस्त्यावर व्यक्त होत आहे. या खदखदत असलेल्या संतापाला काडी कुणी लावली व त्याचा वणवा कसा झाला? हा प्रश्न सर्वांना अचंंबित करत आहे. मराठा समाजाच्या लाखोंच्या मोर्च्यांमुळे आंबेडकरी जनता वगळता हाराष्टातील अ‍ॅट्रॉसिटीच्या लाभार्थी इतर जातींनी तोंंडात बोळा घालून घेतला आहे. …

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पुना पॅक्ट क्या है?

बाबासाहबजी ने अछूतों की समस्याओं को ब्रिटिश सरकार के सामने रखा था और उनके लिए कुछ विशेष सुविधाएँ प्रदान किये जाने की मांग की थी। बाबासाहब की तर्कसंगत बातें मानकर ब्रिटिश सरकार ने विशेष सुविधाएँ देने के लिए बाबासाहबजी का आग्रह मान लिया। और 1927 में साइमन कमीशन भारत आया। मिस्टर गांधी को साइमन कमीशन …

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